जलन संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ज्वलन, हिं॰ जलना] १. जलने की पीड़ा या दुःख । मानसिक वेदना या ताप । दाह । २. बहुत अधिक ईर्ष्या या दाह । मुहा॰—जलन निकालना = द्वेष या ईर्ष्या से उत्पन्न इच्छा पूरी करना ।